अब धरती अपनी सब्र खो चुकी है, बदलना चाहती है अब अपना स्वभाव अब धरती अपनी सब्र खो चुकी है, बदलना चाहती है अब अपना स्वभाव
अभी तो कामयाबी सिर चढ़ेगी ग़ज़ल को फिर जवानी सिर चढ़ेगी परेशां हो गया था ज़िन्दगी से मगर अब ये कहान... अभी तो कामयाबी सिर चढ़ेगी ग़ज़ल को फिर जवानी सिर चढ़ेगी परेशां हो गया था ज़िन्दग...
एक गहन चिंतन के बाद मैंने पिताजी से पूछा- 'ये विविधता में एकता क्या है?' एक गहन चिंतन के बाद मैंने पिताजी से पूछा- 'ये विविधता में एकता क्या है?'
युनानी मिस्र रूमां सब मिट गए जहाँ से, बाकी अभी तलक है नामों-निशां हमारा। युनानी मिस्र रूमां सब मिट गए जहाँ से, बाकी अभी तलक है नामों-निशां हमारा।
हाँ ये वही "आशाऐं " हैं ।। किया जा सके शायद हर सपना पूरा जिससे,जोड़ा जा सके शायद उन टूटे दिलों के हिस... हाँ ये वही "आशाऐं " हैं ।। किया जा सके शायद हर सपना पूरा जिससे,जोड़ा जा सके शायद ...
वक्त के बारे में एक कविता। वक्त के बारे में एक कविता।